बुधवार, 1 जून 2016

आंगनबाडिय़ों में दूध प्रदाय एवं रखरखाव में सतर्कता बरतने के निर्देश


कलेक्टर ने आंगनबाड़ी पर्यवेक्षकों की बैठक ली


राजनांदगांव 01 जून 2016। कलेक्टर श्री मुकेश बंसल ने जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को दूध प्रदाय एवं दूध के रखरखाव में सतर्कता बरतने के निर्देश सेक्टर सुपरवाईजरों को दिए है। कलेक्टर ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिले के सभी परियोजनाओं के सेक्टर सुपरवाईजरों को तलब कर कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में दूध वितरण के संबंध में शासन के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने कहा। उन्होने सेक्टर सुपरवाईजरों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर उन्हे दूध प्रदाय के संबंध में संवेदित करने कहा। पैकेट को खोलने के बाद दूध को उसी दिन इस्तेमाल किया जाना है। खुले हुए पैकेट को दूसरे दिन प्रयोग नहीं करना है। कलेक्टर ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों को दूध प्रदाय करने से पहले दूध के स्वाद को स्वयं चखकर देख ले। कसैला या दुर्गध आने पर दूध को बच्चों को प्रदाय न करें। उन्होने दूध के पैकेट में उत्पादन तिथि का ध्यान रखने कहा। विदित हो कि जिले में मुख्यमंत्री अमृत योजना का आठ परियोजनाओं में क्रियान्वयन किया जा रहा है। 
बैठक में कलेक्टर ने जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से संचालित महतारी जतन योजना की समीक्षा की। उन्होने गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार प्रदाय सुनिश्चित करने कहा। गर्भवती महिलाओं को भोजन प्रदाय करने ग्राम पंचायतों की मूलभूत की राशि से थाली एवं गिलास खरीदवाने भी कहा। उन्होने आंगनबाड़ी केन्द्रों में गर्भवती महिलाओं को अरहर, मूंग एवं चने की मिश्रित दाल भी प्रदाय करने कहा। उन्होने कहा कि आंगनबाड़ी के क्रियाकलापों में अपेक्षित सुधार नहीं है। उन्होने टीकाकरण, पोषण एवं प्री एजुकेशन पर आंगनबाड़ी केन्द्रों में ध्यान देने कहा। आंगनबाड़ी भवनों में निर्मित शौचालयों का इस्तेमाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गये। शौचालयों में बाल्टी, मग एवं साबुन की व्यवस्था करने कहा। उन्होने आंगनबाड़ी केन्द्रों में बाह्य विद्युतीकरण एवं आंतरिक विद्युतीकरण के लिए विद्युत विहीन भवनों की जानकारी देने के निर्देश भी सेक्टर सुपरवाईजरों को दिए। उन्होने बरसात के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों में मुनगा, पपीता एवं नीम के पौधे रोपण करने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी केन्द्रों को परियोजना कार्यालय के माध्यम से पौधे उपलब्ध कराया जाएगा। 
कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्यकताओं के माध्यम से गांवों में विधवा, परित्यकता महिलाओं को चिन्हांकित करने कहा। उन्हे जीविकोपार्जन एवं कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के रिक्त पदों पर भर्ती करने निर्देशित किया। बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में 178 भवन विहीन आंगनबाड़ी केन्द्र है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत सूखा प्रभावित 178 किसानों परिवारों को लाभान्वित किया गया हैं।  बैठक में कार्यक्रम अधिकारी श्री अजय शर्मा समेत बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं सुपरवाईजर उपस्थित थे।